Google ko hindi mein kya kahate hain? | Google meaning in hindi – नमस्कार दोस्तो हमारे आज के नए लेख में आप सभी का स्वागत है आप सभी लोगो ने गूगल का नाम तो सुना ही होगा आज के समय पर हर इंटरनेट यूजर रोजाना गूगल के किसी ना किसी सर्विस का इस्तेमाल करता ही है।
बिना गूगल के इंटरनेट का पूरा मजा ले पाना थोड़ा मुस्किल है आपमें से काफी लोगो यह लेख भी गूगल पर पढ़ रहे होंगे, आप लोगो के मन में कभी ना कभी यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर गूगल किस बला का नाम है।
और Google के बारे में बहुत कुछ इतिहास जाना भी होगा यह कैसे काम करता है और गूगल को बनाने का मकसद, आज हम इस लेख अक्सर कुछ लोगो द्वारा पूछे जाने वाले सवाल Google ko hindi mein kya bolate hain जानेंगे।
इससे पहले हम आपको बता दे की बहुत लोगो को लगता होगा कि बिना गूगल के हम इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे इंटरनेट पर कुछ भी सर्च नही कर पाएंगे अगर आपके मन में भी ऐसा सवाल है तो आप गलत है।
गूगल सिर्फ एक सर्च इंजिन है Google के तरह ही हमे और भी सर्च इंजिन देखने को मिल जाते है जैसे Bing Search Engine, Yahoo, Baidu, DuckDuckGo और भी कई सारे सर्च इंजन है।
इन सभी सर्च इंजन का काम होता है इंटरनेट पर जानकारी या कॉन्टेंट को यूजर के सर्च के हिसाब से रैंक करना ना पहले दिखाना इन सभी सर्च इंजन में गूगल सबसे ज्यादा लोकप्रिय है क्योंकि लोगो को गूगल का रैंकिंग फैक्टर ज्यादा पसंद है अन्य सर्च इंजन के मुकाबले।
अब मुद्दे पर बात करते है गूगल के इतने पॉपुलर होने के कारण ज्यादातर यूजर यह जानना चाहते है की आखिर google ko hindi mein kya kaha jata hai, हम आपको बता दे Google को हिंदी में भी गूगल कहा जाता है चलिए इसके बारे में थोड़ा विस्तार में जानते है।
Table of Contents
Google ko hindi mein kya kahate hain?
Google एक कंपनी है जिसके अलग अलग सर्विस प्लेटफॉर्म और प्रोडक्ट है जैसे गूगल सर्च, गूगल मैप्स, गूगल एडसेंस, गूगल फोटोज, गूगल के पिक्सल फोन, गूगल होम असिस्टेंट और भी बहुत कुछ जिनका हम इस्तेमाल करते है।

हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़े:- | Join Telegram |
Google या बहुत से ऐसे नाम होते है जिनका हिंदी में अलग से नाम नही होता जैसे Microsoft एक कंपनी है जिसका हिंदी नाम भी माइक्रोसॉफ्ट है उसी तरह Apple भी एक कंपनी है जिसका हिंदी में भी नाम एप्पल है।
हालाकि बचपन से हमने पढ़ा था Apple का हिंदी मतलब सेब होता है लेकिन यह एक फ्रूट है और आईफोन बनने वाली Apple एक कंपनी है इसी तरह Google का भी हिंदी में कोई मीनिंग अलग नहीं होता हिंदी में भी Google का उच्चारण गूगल ही होता है।
फिलहाल Google का अलग से किसी भी भाषा में नाम नही है सभी जगह Google को Google ही कहा जाता है हो सकता अलग अलग देशों में गूगल नाम को बोलने का तरीका या उच्चारण थोड़ा सा अलग सा अलग हो।

और वहा के भाषा के हिसाब से Google को लिखने का तरीका भी अलग है जैसे भारत में Google को ‘गूगल’ लिखा जाता है और उच्चारण भी Google किया जाता है नीचे आप देख पाएंगे गूगल अलग अलग देशों में किस तरह लिखा और उच्चारण किया जाता है।
भाषा | लिखावट | उच्चारण |
Khmer | ហ្គូហ្គល | hkauhkal |
Japanese | グーグル | Gūguru |
Hindi | गूगल | Googal |
Arabic | جوجل | jujil |
Chenese | 谷歌 | Gǔgē |
गूगल सर्च इंजन बनाने का मकसद । गूगल काम कैसे करता है
गूगल सर्च इंजन इंटरनेट की दुनिया की एक बड़ी खोज है गूगल सर्च को लॉन्च करने मुख्य मकसद यह था की जब भी कोई गूगल पर कुछ सर्च करें तो उसे बिलकुल सही जानकारी, पूरी जानकारी और रिलेटेड कॉन्टेंट सबसे पहले मिल जाएं।
जब तक गूगल नही था तभी भी बहुत सारे सर्च इंजन अलग अलग वेबसाइट को रैंक करने के लिए अलग अलग मैथड का इस्तेमाल करती थी लेकिन गूगल के आने से इसमें वेबसाइट का रैंक करने का तरीका थोड़ा बदल दिया गया जैसे शुरुआत के समय पर गूगल में कोई पेज पहले रैंक करेगा या नही उसकी प्रायोरिटी पर निर्भर करता था।
जो वेब पेज पर सर्च टर्म की गड़ना के आधार पर करते थे लेकिन गूगल के फाउंडर को इसमें और भी कई पैरामीटर जोड़ने थे फिर उन्होंने किसी भी पेज की रैंकिंग पिछली कड़ियों के आधार पर शुरू की ओर धीरे धीरे और भी कई पैरामीटर आते गए और आज भी गूगल पर पेज रैंक करने के कई अपडेट्स आते रहते है।
जिसके कारण लोगो को कुछ भी सर्च करना काफी आसान हो गया है और सही डिटेल में जानकारी भी मिल जाती है इस वजह आज सर्च इंजन के मामले में गूगल को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।
Google का नाम Google ही क्यों रखा गया
गूगल का नाम गूगल के फाउंडर द्वारा रखा गया है गूगल के फाउंडर लैरी पेज और Sergey ब्रेन है और यह Google का नाम मैथेमेटिकल शब्द Googol से लिया गया है इस Googol का मतलब होता हैं 1 अंक के बाद 100 ज़ीरो।
लेकिन आपके मन में सवाल होगा की Googol नाम Google कब से बन गया तो हम आपको बता दे यह सब सिर्फ एक गलती के वजह से हुआ स्पेलिंग मिस्टेक के कारण लेकिन बाद में भी इस गलती को नही सुधारा गया और आज लोग इसे गूगल के नाम से जानते है।
गूगल नाम से भी पहले इस सर्च का नाम फाउंडर लैरी पेज Sergey ब्रेन द्वारा Backrub रखा गया था क्योंकि यह सर्च इंजन पिछली कड़ियों या बैकलिंक के आधार पर किसी भी पेज को रैंक करता था लेकिन बाद में 1998 में नाम बदल कर Google रखा गया।
गूगल के नाम के पीछे के इस कहानी को आपने जाना लेकिन अभी भी गूगल के फाउंडर द्वारा गूगल का कोई और ऑफिशियल नाम नही रखा गया है अगर आप जानना चाहते है Google ko hindi mein kya kahate hain? तो किसी हिंदी विशेषज्ञ ने भी गूगल का हिंदी में नही रखा है।
लेकिन आने वाले समय में कुछ भी हो सकता है आगे चल कर गूगल अपने नाम को भी बदल सकता है या गूगल के साथ साथ और भी कई ऑफिशियल नाम रख सकता इस बात की तो उम्मीद बहुत कम है लेकिन फ्यूचर किसने देखा है फिलहाल Google का हिंदी नाम या किसी भी भाषा में नाम Google ही है।
गूगल के अन्य प्लेटफॉर्म और सर्विस
ज्यादातर यूजर गूगल के सर्विस का इस्तेमाल करते है लेकिन उन्हें नही मालूम होता की यह गूगल का ही प्रोडक्ट है जैसे अगर आप एंड्रॉयड मोबाइल का इस्तेमाल करते है तो यह एंड्रॉयड भी गूगल का ही एक प्लेटफॉर्म है।
गूगल सर्च इंजन के अलावा गूगल मैप्स, गूगल क्लाउड स्टोरेज जैसे गूगल ड्राइव, Google play store, गूगल फोटोज, यूट्यूब, गूगल पिक्सल फोन, गूगल होम, गूगल क्रोम ब्राउज़र, गूगल जीमेल और भी कई सारे सर्विसेज और प्रोडक्ट है जिन्हे गूगल द्वारा संचालित किया जाता है।
गूगल का हिंदी फुल फॉर्म क्या होता है
गूगल के बारे में अब आप सभी जान गए होंगे यह भी जान गए होंगे Google meaning in hind क्या है लेकिन क्या आपको पता है गूगल का हिंदी फुल फॉर्म क्या है अगर नही तो हम आपको बता दे Google का फुल फॉर्म Global Organisation of Oriented Group Language of Earth हैं।
जिसे हिंदी भाषा में ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन ऑफ ओरिएंटेड ग्रुप लैंग्वेज ऑफ अर्थ कहते है लेकिन यह फुल फॉर्म किसी भी तरह से गूगल का ऑफिशयल फुल फॉर्म नही है इस फुल फॉर्म को गूगल के किसी भी प्लेटफॉर्म में नही देख सकते ना ही गूगल ने कभी इस फुल फॉर्म को यूज किया है।
गूगल की शुरुआत कब हुई और किसने की
गूगल की शुरुआत सन 1996 में एक रिसर्च प्रोग्राम के दौरान लैरी पेज और Sergey ब्रेन द्वारा की गई जिन्हे गूगल का फाउंडर कहा जाता है लेकिन उस वक्त गूगल सर्च इंजन का नाम बैकरब हुआ करता था जिसे बाद में बदल कर Google रखा गया।
शुरुआत के समय में यह सर्च इंजिन स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के वेबसाइट के आधीन google.stanford.edu डोमेन नाम से चला करता था और बाद में Google नाम का डोमेन रजिस्टर करके 1998 में इस निजी आयोजित कंपनी को निगमित किया गया।
अन्य पढ़े
- गूगल का नाम किसने रखा?
- गूगल मेरा नाम क्या है जाने?
- फ्लिपकार्ट से फ्री में कैसे शॉपिंग करें?
- बिना इंटरनेट के मोबाइल रिचार्ज करे?
- जिओ ने फ्री डाटा कैसे मिलेगा जाने?
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न – गूगल का हिंदी में क्या नाम है?
उत्तर – गूगल का हिंदी या किसी भी भाषा में कोई दूसरा ऑफिशियल नाम नही है सभी जगह Google ही कहा जाता है और हिंदी में भी गूगल कहा जाता है।
प्रश्न – गूगल का फाउंडर और मालिक कोन है?
उत्तर – गूगल के फाउंडर और मालिक लैरी पेज और Sergey ब्रेन यह दोनो है।
प्रश्न – गूगल का सीईओ कोन है?
उत्तर – गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई है जो को एक भारतीय है।
प्रश्न – गूगल सर्च इंजन का कैसे इस्तेमाल करें?
उत्तर – अगर आप किसी भी ब्राउज़र में सर्च करना चाहते है जैसे ओपेरा मिनी, माइक्रोसॉफ्ट एज, क्रोम या ब्रेव ब्राउज़र में अगर गलती से डिफॉल्ट ब्राउज़र गूगल हट गया है तो वापस गूगल सर्च इंजन को सेट करने के लिए ब्राउज़र के सैटिंग में जाए अब Search Engine सेटिंग्स में सर्च इंजन को गूगल पर सेट कर दे इस तरह आप कोई अन्य सर्च इंजिन भी सेलेक्ट कर सकते है।
प्रश्न – गूगल के ऐप्स कोन कोन से है?
उत्तर – हमे मोबाइल पर गूगल के कई सारे ऐप्स मिल जाते है जैसे गूगल फोटो, गूगल ड्राइव, गूगल मैप्स, क्रोम ब्राउज़र, गूगल जीमेल, यूट्यूब और भी अन्य कई ऐप मिल जाते है।
प्रश्न – गूगल क्या काम करता है?
उत्तर – गूगल सर्च इंजन का काम है किसी भी वेब पेज को सही पोजीशन पर रैंक करना अगर कोई यूजर गूगल पर कुछ सर्च करता है तो उसे सही इनफॉर्मेशन डिटेल में मिलना चाहिए यही गूगल सर्च इंजन का काम है।
प्रश्न – क्या गूगल भी गलत जानकारी देता है?
उत्तर – जी हां कभी कभी गूगल भी गलत जानकारी दे सकता है कहा जाए तो गूगल हमे कोई भी जानकारी नहीं देता, कुछ वेबसाइट हमे गलत इनफॉर्मेशन दे सकते है इसलिए एक बार रिसर्च करके कन्फर्म करे की यह जानकारी सही है या नही।
प्रश्न – क्या हम गूगल से बात कर सकते है?
उत्तर – जी हां आप गूगल से बात कर सकते है इसके लिए आपको अपने मोबाइल पर गूगल असिस्टेंट को चालू करना होगा, असिस्टेंट चालू होने के बाद आप बोल कर ही मैसेज भेज सकते है, कॉल कर कर सकते है, मौसम का हाल चाल पूछ सकते है।
प्रश्न – क्या गूगल सर्च पर 100% भरोसा किया जा सकता है?
उत्तर – अगर मैं एक लाइन में कहूं तो नही गूगल सर्च पर आप 100% भरोसा नहीं किया जा सकता फिलहाल में हो एक युवती ने गूगल पर बैंक कस्टमर केयर नंबर सर्च किया और उस नंबर पर कॉल करने पर उसके साथ फ्रॉड हुआ इसलिए कोई भी सेंसेटिव जानकारी जैसे बैंकिंग, हेल्थ, फाइनेंस की जानकारी पाने के लिए आप एक अच्छे से रिसर्च करे और पेमेंट के लिए बैंक के ऑफिशियल वेबसाइट का इस्तेमाल करें और कोई भी सरकारी फॉर्म भरने के लिए ऑफिसियल गवर्नमेंट का वेबसाइट खोले।
अंतिम शब्द
उम्मीद करता हू मेरा यह लेख पढ़ कर अब आप सभी जान गए होंगे Google ko hindi mein kya kahate hain?, Google meaning in hindi अगर आपके मन में गूगल से संबंधित कुछ सवाल है तो नीचे कमेंट करके अपने सवाल पूछ सकते है जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब दिया जाएगा।
गूगल के नाम के पीछे की कहानी और Google ko hindi mein kya bolate hain यह लेख आपको हेल्पफुल लगा तो आगे अपने दोस्तो, रिश्तेदारों के साथ भी साझा करे। इसी तरह को जानकारी मोबाइल ट्रिक्स, ऐप रिव्यू, ऐप ट्रिक्स जानने के लिए हमारे ब्लॉग infotechindi.com को फॉलो करें।
और सबसे पहले तकनीकी खबर पाते रहने के लिए हमें टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी फॉलो कर सकते है आपका धन्यवाद।